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‘नेतृत्व शैली’ को परिभाषित करें। निरंकुश, लोकतांत्रिक और स्वतन्त्रात्मक नेतृत्व के बीच मुख्य अंतर क्या है? (

‘नेतृत्व शैली’ एक नेता या नेता द्वारा अपनाई जाने वाली व्यवस्थित या अव्यवस्थित तरीके से नेतृत्व की प्रक्रिया को दर्शाने वाली एक पैटर्न या तरीका होता है। यह एक व्यक्ति या संगठन के मार्गदर्शन और निर्णय लेने के तरीके को परिभाषित करता है। नेतृत्व शैली नेता के संवाद, निर्णय, और नेतृत्व के प्रक्रिया को प्रकट करती है.

मुख्य अंतर निरंकुश, लोकतांत्रिक और स्वतन्त्रात्मक नेतृत्व शैलियों में निम्नलिखित है:

  1. निरंकुश नेतृत्व (Authoritarian Leadership): इस नेतृत्व शैली में नेता या नेता संगठन की सम्पूर्ण निर्णय और नियंत्रण को संभालता है। सभी निर्णय उनके पास होते हैं, और उन्होंने सामाजिक या दंडात्मक अधिकार का इस्तेमाल करके निर्णयों को प्रयोग करते हैं। इस तरीके का नेतृत्व अधिकांशत: एकल, अक्सर नियंत्रण को पसंद करने वाले नेताओं द्वारा प्रयुक्त किया जाता है।
  2. लोकतांत्रिक नेतृत्व (Democratic Leadership): इस नेतृत्व शैली में नेता या नेता सदस्यों के साथ मिलकर निर्णय लेता है। सदस्यों का योगदान, सुझाव, और राय का महत्वपूर्ण भाग होता है, और निर्णय समूह में लिए जाते हैं। यह नेतृत्व शैली लोकतंत्रिक संगठनों और समाजों में आमतौर पर प्रयुक्त होती है.
  3. स्वतन्त्रात्मक नेतृत्व (Laissez-Faire Leadership): इस नेतृत्व शैली में नेता सदस्यों को पूरी तरह स्वतंत्रता देता है और निर्णयों को उनके आत्मनिर्णय पर छोड़ता है। यह नेतृत्व शैली सदस्यों के अधिक स्वाधीनता और जिम्मेदारी को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयुक्त होती है, लेकिन यह भी संगठन में कई चुनौतियों को पैदा कर सकती है.

लोकतांत्रिक नेतृत्व शैली आमतौर पर विचारशीलता, सहयोग, और समृद्धि के लिए सबसे उपयुक्त मानी जाती है, क्योंकि यह सदस्यों को सामूहिक निर्णय में शामिल करती है और उनके योगदान को महत्वपूर्ण बनाती है। इसके बावजूद, इन शैलियों का चयन संगठन के उद्देश्यों और संदर्भों पर निर्भर करेगा, और कई संगठन एक संबिन्धित या संयुक्त नेतृत्व शैली का मिश्रण भी प्रयुक्त करते हैं।

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