फीचर की भाषा । BHDLA-137 NOTES | BAG & BCOMG
रचनात्मक लेखन को मूल लेखन और रचनात्मक लेखन के रूप में भी जाना जाता है। यह स्वयं मनुष्य द्वारा लिखा गया है। भावनाएँ और विचार जो हमारे मन में छिपे हैं। यही रचनात्मक लेखन का रूप लेता है। फीचर लेखन रचनात्मक लेखन के अन्तर्गत आता है। फीचर राइटिंग और न्यूज राइटिंग दोनों ही अखबारों में दिखाई देते हैं।
फीचर लेखन क्या होता है
फीचर लेखन की शैली समाचार लेखन की शैली से भिन्न होती है क्योंकि समाचार में तथ्यों की निष्पक्षता और सटीकता पर जोर दिया जाता है – जैसे कि यह कब हुआ, कैसे हुआ, कहां हुआ। इन सब बातों पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। दूसरा, समाचार लेखन में लेखक अपने विचार नहीं रख सकता। लेकिन फीचर में लेखक अपनी राय, दृष्टिकोण और भावनाओं को व्यक्त कर सकता है। लेखक की भावनाएँ और उसका दृष्टिकोण क्या है, वह किस दृष्टिकोण से सोचता है और किसी चीज़ के बारे में क्या सोचता है।
विशेषता
- इसमें आप अपनी राय रख सकते हैं। लेकिन आप खबरों में ऐसा नहीं कर सकते है। आपको ठीक ऐसे ही न्यूज लिखना होता है जैसे घटित होती है। इसलिए जब भी आप कोई फीचर लिखें तो उसमें आप अपनी बात रख सकते हैं। फीचर में उल्टे पिरामिड शैली नहीं होती है। यानी इसकी कोई निश्चित संरचना नहीं होता है।
- यह कथा शैली की भरमार है। क्योंकि आप जो सोचते हैं उसी नजरिए से लिखते हैं। इसकी भाषा काफी सरल, लाक्षणिक, आकर्षक व मन को छू लेने वाली होती है। इसलिए हमेशा इसे बहुत सरल भाषा में लिखना चाहिए ताकि लोग उसे समझ सकें और उससे जुड़ सकें।जब भी आप कोई इसे लिखें तो उसमें दिलचस्प चीजें लिखें। ताकि लोग इसके साथ जुड सकें। यह मन को छुने वाला होना चाहिए।
- इसको लिखने की कोई निश्चित सीमा नहीं है। आप जितना लिख सकते हैं लिख सकते हैं। ज्यादातर इसमें ढाई सौ से लेकर 2000 शब्दों तक लिखने की विशेषताएं हैं। यह आपकी लेखन गति पर निर्भर करता है।
- लेकिन जब भी फीचर लिखें तो उसमें अपनी राय, अपनी बात जरूर रखें। उसमें आकर्षक, आवश्यकता व रोचक बनाए रखें। इसके लिए कुछ रोचक तथ्य उसमें जोड़ दें।
फीचर कैसे लिखें
यह बहुत जरूरी है कि फीचर लिखते समय आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना है।
- पहले फीचर को जीवंत बनाने का प्रयास करें। पाठक को ऐसा लगे कि वह बात आपकी आंखों के सामने हो रही हो।
- अगर कोई फीचर पढ़ कर बोर हो रहा था तो वह खबर लगती है। उस को जीवंत बनाने के लिए उसमें उस विषय से संबंधित लोगों यानी पात्रों की उपस्थिति बहुत महत्वपूर्ण है।
- फ़ीचर आप किसी भी चीज़ के बारे में लिख सकते हैं। यदि आप किसी विषय पर लिख रहे हैं, तो ऐसे विषय पर जरूर लिखे जिसे पढ़कर पाठक को कुछ ज्ञान भी मिले और उसमें रुचि भी दिखायें।
- फ़ीचर जानकारी, किसी तथ्य या व्यक्ति के विचारों पर आधारित भी हो सकता है।
BHDLA-137 NOTES FOR EXAM