A TEN DAY FAST By Harishankar Parsai
17 जनवरी
एक दस दिन का फास्ट सारांश: ब्राह्मण सभा का मुखिया राधािका बाबू को ब्राह्मणों के लिए चुनौती के रूप में देखता है और कार्रवाई करने की धमकी देता है। बाबा संकिदास स्थानीय गौंडों को Kayasth घरों में चट्टानों को फेंकने के लिए, और बाद में ब्राह्मणों के घरों में ले जाते हैं। बाबा सोचते हैं कि अगर वे भारतीय दंड संहिता के एक कर्फ्यू या धारा 144 प्राप्त कर सकते हैं तो यह बन्नू के लिए बहुत मददगार होगा।
दिन 7 की महत्वपूर्ण घटनाएं
स्थानीय goondas की भर्ती